Bikaji Success Story – आखिर कैसे 8वीं पास व्यक्ति ने भुजिया को दुनिया की 8 लाख दुकानों तक पहुंचाया

Bikaji Success Story – दोस्तों हम डेली रूटीन में खान पान की नई – नई चीजे टेस्ट करते रहते हैं उनमें से कुछ चीज ऐसी होती है जिन्हें हम एक बार खाकर ऊब जाते हैं लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी होती है जिन्हें बार-बार खाने का मन करता है और पेट तो भर जाता है लेकिन मन नहीं भरता इनमें से एक चीज बीकाजी की भुजिया भी है इसे हम एक बार खाते हैं तो खाते रह जाते हैं।

बीकाजी ने हमको और आपको उसके टेस्ट का दीवाना बना दिया है और अपने टेस्ट के दम पर कंपनी को दुनिया के 32 से ज्यादा देशों तक पहुंचा दिया है।

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं Bikaji Success Story के बारे में, कि बीकाजी ने अपने नमकीन और भुजिया के दम पर अपनी कंपनी की वैल्यूएशन 1000 करोड़ से ज्यादा पार कैसे कर ली और कंपनी के पीछे इतनी बड़ी बनने का राज क्या है।

कैसे शुरुआत हुई कंपनी की

बीकाजी कंपनी के फाउंडर की बात करें तो इस कंपनी के फाउंडर श्री शिवरतन अग्रवाल जी है जो गंगा बिशन अग्रवाल के पोते हैं यह गंगा बिशन अग्रवाल वही है जिन्होंने भारत में हल्दीराम की शुरुआत की थी, शिवरतन अग्रवाल ने अपने फैमिली बिजनेस हल्दीराम में काम ना करके उन्होंने अपने दम पर एक अलग कंपनी बिकाजी बनाई। शिवरतन ने अपने प्रोडक्ट यानी भुजिया को टेस्ट में बहुत अच्छा बनाया और अपने ब्रैंड को मजबूत करते गए।

Bikaji नाम ऐसे पड़ा

शिवरतन अग्रवाल बताते हैं कि जब उन्होंने 1987 में बीकानेरी भुजिया का कारोबार शुरू किया तब कुछ नाम नहीं था लेकिन उन्होंने 1993 में ब्रांड को नाम दिया, बीकाजी नाम देने की वजह है यह थी कि जिस तरह बीकानेर शहर के संस्थापक राव बीकाजी अपने पिता की दूसरी संतान थे और बीकाजी को बीकानेर शहर विरासत में ना मिलकर उन्होंने स्वयं इस शहर को बसाया था

इसी तरह शिवरतन अग्रवाल ने अपने दादाजी का ब्रांड हल्दीराम को ना लेकर स्वयं बीकाजी को अपने दम पर इतना बड़ा बनाया। क्योंकि हल्दीराम पहले ही भुजिया के क्षेत्र में अपना नाम बहुत बड़ा कर चुका था इसलिए शिवरतन अग्रवाल को अपना ब्रांड विकसित करने के लिए बहुत मेहनत और संघर्ष का सामना करना पड़ा।

शिवरतन अग्रवाल दूर दृष्टि वाले व्यक्ति थे उन्होंने देखा कि बीकाजी की डिमांड बहुत है लेकिन सप्लाई सही से नहीं हो पा रही है इसलिए उन्होंने ज्यादा उत्पादन के लिए मशीनों का सहारा लिया और देश में पहली बार भुजिया बनाने के लिए फैक्ट्री की शुरुआत शिवरतन अग्रवाल ने की। मशीनों से भुजिया बनाने के लिए शिवरतन अग्रवाल ने दुनिया के कई शहरों का सफर किया और अलग-अलग जगह से अलग-अलग तकनीक ली उसके बाद उन्हें अपने क्षेत्र में सफलता मिली।

कम्पनी के Founder शिवरतन अग्रवाल कौन है

कंपनी के फाउंडर शिवरतन अग्रवाल है जिन्होंने 1987 में अपना कारोबार शुरू किया, दोस्तों वैसे तो शिवरतन अग्रवाल के दादाजी हल्दीराम भुजिया वाले के नाम से फेमस थे इसलिए शिवरत्न अग्रवाल इस काम में पहले से माहिर थे क्योंकि यह काम उन्हें विरासत में मिला था लेकिन अपने दम पर बीकाजी को उन्होंने एक सफल और बड़ा ब्रांड बनाया। जिसके प्रोडक्ट वर्तमान मे दुनिया की 8 लाख से ज्यादा दुकानों में मौजूद है।

दुनिया के कोने – कोने तक पहुंच बनाई बीकाजी ने

बीकाजी ने अपने टेस्ट के दम पर भारत में ही नहीं दुनिया के बड़े-बड़े देशों में भी अपनी धाक जमाई है और कंपनी ने अपनी पहचान विदेशो में बढ़ाने के लिए फ्रोजन प्रोडक्ट का दायरा बढ़ाया और अपनी पहुंच दुनिया के 32 देशों तक बनाई, बीकाजी ने अपने प्रोडक्ट की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए भी फॉर लेयर पेकिंग का सहारा लिया और कस्टमर को बेहतर प्रोडक्ट दिया।

बीकाजी को कई प्रकार के अवार्ड शामिल चुके हैं जिनमे इंडस्ट्रियल एक्सीलेंस अवॉर्ड, भारत उद्योग अवार्ड, भारत जैन महामंडल अवार्ड और राष्ट्रपति अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

200 से ज्यादा तरह के स्नेक्स बना रही कम्पनी

बीकाजी ने अपनी पहचान अपने नमकीन और भुजिया के दम पर बनाई लेकिन उन्होंने समय के साथ-साथ अपने प्रोडक्ट कैटिगरी में अन्य कई प्रॉडक्ट्स को भी शामिल किया जिनमें भुजिया, रसगुल्ला, गुजिया , चमचम, पापड़, बर्फी,  नान कठई, मठरी, नमकीन आदि 200 से भी ज्यादा तरीके के स्नैक्स आइटम शामिल है। कंपनी ने 2008 में मुंबई शहर में अपना पहला रेस्टोरेंट भी शुरू किया है जबकि वर्तमान में कंपनी के पूरे भारत देश में 30 एक्सक्लूसिव स्टोर है और 550 से भी ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स है।

Bikaji Success Story

वर्तमान मे बीकाजी की वेलयूशन है 1 बिलियन डॉलर

दोस्तों जहां बीकाजी कंपनी की वैल्यूएशन वर्ष 1993 में मात्र 6 करोड रुपए थी वहीं आज फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की बात करें तो यह 1 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो गई है जो दर्शाती है कि शिवरतन अग्रवाल ने कितनी मेहनत की है और उनके संघर्ष ने बीकाजी को एक विश्व स्तरीय ब्रांड बनाकर रख दिया है।

Conclusion

उम्मीद करते हैं कि दोस्तों आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से Bikaji Success Story के बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी, और इस कंपनी ने किस तरह अपने कारोबार को बढ़ाया उसके बारे में भी आपको जानकारी मिल गई है, आगे भी ऐसी जानकारी लेने के लिए हमारी वेबसाइट taazastories.com पर जरूर विजिट करें और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें। ताकि उन्हे भी जानकारी मिल सके। 

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