Abhinav Singh Success Story – कैसे अभिनव सिंह ने 80 लाख नौकरी छोड़ फूलों की खेती मे शानदार सफलता पायी!

Abhinav Singh Success Story – दोस्तों सोचिए अगर आपको एक जॉब मिलती है और वह भी माइक्रोसॉफ्ट जैसे बड़ी टेक कंपनी में, जो आपको बेहतरीन 80 लाख रुपए की सैलरी देता है और देशों विदेशो मे घूमाती है यहां तक की छुट्टियां भी अच्छी खासी मिल जाती है तो फिर इतना सब कुछ मिलने के बाद भी आप इसे जॉब को छोड़ दोगे! नहीं ना…लेकिन आज हम जिसे शख्सियत के बारे में बात करने वाले हैं उनको यह जॉब मिली थी और उन्होंने इस जॉब को छोड़ दिया।

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं अभिनव सिंह के बारे में जो उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव चिलबिला, जो की आजमगढ़ में पड़ता है मैं पैदा हुए थे खूब मेहनत में शकत करने के बाद उनकी नौकरी दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट में लगी थी जहां उन्हें सभी तरह का ऐश व आराम था लेकिन कुछ बात तो थी जिसकी वजह से वह अपनी नौकरी छोड़कर वापस अपने देश भारत आ गए और यहां पर फूलों की खेती करने शुरू कर दी इसमें होना है अपार सफलता मिली।

दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं Abhinav Singh Success Story के बारे में कि कैसे अभिनव सिंह ने जरबेरा फूलों की खेती करके अपने आसपास के सैकड़ो गरीब लोगों को रोजगार में उपलब्ध करवाया है और किस तरह उन्होंने अपने बिजनेस में सफलता हासिल की।

Abhinav Singh Success Story

अभिनव सिंह की जॉब माइक्रोसॉफ्ट माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनी में थी लेकिन वह 2014 में इंडिया वापस आ गए। क्योंकि उन्हें इंडिया में रहकर ही कुछ करना था और जब वह वापस आए तो उनके पास बहुत सारी नॉलेज और इनफॉरमेशन थी जो उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में काम करते हुए हासिल की थी इंडिया आने के बाद भी उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के गुड़गांव वाले ऑफिस में काम किया।

यहां भी कुछ टाइम काम करने के बाद उन्होंने जॉब छोड़ दिया और खुद के दम पर कुछ हटकर करने की कोशिश मे जुट गए। और उन्होंने फिर ऐसा मार्ग चुनाव जो उनका पेशन भी था और उस कम से अपने आसपास रहने वाले दूसरे के लोगों की भी रोजगार से मदद करने में सक्षम हो सकते थे। आइये जानते है Abhinav Singh Success Storyके बारे में।

Why Left His Job(अभिनव सिंह मे Microsoft जैसी High Paying जॉब क्यों छोड़ी?)

बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं जो माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनी में जॉब करने के ख्वाब देखते हैं और अक्सर वह फेल हो जाते हैं और कुछ लोग कामयाब भी हो जाते हैं उन्हें कामयाब होने वालों में अभिनव सिंह भी थे लेकिन उन्हे अपनी जॉब से संतुष्टि नही थी हालांकि उन्हे वो सब कुछ मिल चुका था जिसकी आम आदमी तमन्ना रखता है।

अच्छी जॉब, बेहतर सैलरी, लेविश लाइफ स्टाइल और एशो आराम। लेकिन उनको अपने दम पर कुछ यूनिक ही करना था और उनके आस पास रहने वाले गरीब लोगो को भी रोजगार मुहैया करवाना था इसलिए उन्होंने अपनी खानदानी खेती बाड़ी को शुरू करने का फैसला किया जिसमे वर्तमान में 100 से भी ज्यादा लोग रोजगार प्राप्त है।

Bank Loan For Business (बिज़नेस करने के लिए लिया बैंक से लोन)

अभिनव ने अपने खेतो मे एक फूल जिसका नाम जरबेरा है, की फार्मिंग बड़े स्तर पर करनी शुरू की और उन्होंने इस काम को बैंक से 58 लाख रुपए का लोन लेकर शुरू किया। अभिनव ने अपना काम अक्टुबर,2020 में शुरू कर दिया और जरबेरा लगाना स्टार्ट कर दिया।

फिलहाल आज के समय में वह अपने जरबेरा फार्मिंग से एक से डेढ़ लाख रुपये महिना कमा रहे है जो एक अच्छी खासी रक़म है लेकिन उनकी माइक्रोसॉफ्ट की जॉब से कम है परंतु यह संतुष्टी देने लायक है।

Success From Jarbera Flower Farming (जरबेरा फूलों की खेती करके पाई तगड़ी सफलता)

जरबेरा एक ऐसा फूल होता है जिससे सजावट की जाती है इस काम को अभिनव सिंह ने सिर्फ एक साइड बिजनेस के तौर पर शुरू किया था जो आज बहुत बड़ा बिजनेस बन चुका है और अपने इस बिजनेस से हर महीने वह डेढ़ लाख रुपए कमा रहे हैं। अभिनव अपने बिज़नेस के द्वारा अपने एरिया में रहने वाले लगभग 100-150 लोगो को सीधा रोजगार देते है

उनके यहाँ काम करने वाली एक महिला ने बताया कि “इस नौकरी के जरिये उन्हे अपने परिवार का भरण पोषण करने मे मदद मिलती है। अभिनव ने इस बिज़नेस से खुद को संतुष्टी ही नही दी है बल्कि उन्हे अपने परिवार के पास रहने का भी सौभाग्य मिला है। और साथ ही उन्होंने अपने गाँव मे कुछ अनोखा करके दूसरे लोगो के लिए मिसाल पेश की है।

Abhinav Give’s Jobs Through His Business (अभिनव सिंह ने अपने बिज़नेस के जरिये रोज़गार दिया)

अभिनव जिस एरिया मे रहते है वह एक ग्रामीण इलाक़ा है जहाँ रोज़गार कम ही मिल पाता है ऐसे मे जब अभिनव ने अपने बलबूते कुछ नया करके ये दिखा दिया है कि वह गांव मे रहकर भी कुछ हटके कर सकते है और अभिनव अपनी जरबेरा फूलों की खेती के माध्यम से 100-150 लोगो को सीधा रोजगार उपलब्ध करवा रहे है।

सिंह कहते है कि उन्हे अपने समाज की मदद करने पर गर्व है कि वो समाज को कुछ दे पा रहे है और वो आगे कहते है कि “दुसरो के लिए आजीविका पैदा करने और अपने गृह नगर मे कुछ नया करने की खुशी पैसे से कहीं ज्यादा है।”

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